Saturday, October 25, 2008

Can Smoking Help You Lose Weight?


Can Smoking Help You Lose Weight?


Smoking is highly damaging to your body and it is not an activity I recommend you participate in. However, there are limited advantages associated with this habit. One such advantage is that smoking can help you lose weight. In this article I discuss how it helps you lose weight and compare this with the damage it can cause.There are a number of reasons that smoking helps you drop the pounds and I have listed these below:1) Smoking Damages Your Taste Buds:- The more you smoke the more damage you do to your taste buds. Over time the chemicals and tar in cigarettes coat the inside of your mouth and cover your taste buds meaning that they become less and less effective. As your taste buds become progressively hampered the food you eat becomes increasingly bland. Therefore, you do not enjoy your food as much as you once did and there is less temptation to carry on eating. You start to eat until your hunger is satisfied and not for enjoyment which means you eat less. Since you are eating less the logical result is for you to lose weight.But is it worth damaging your taste buds just so that you eat a little less each day? In my opinion definitely not. I really enjoy tasting all the different flavours that food has to offer and would not like to have that taken away from me. I would much rather discipline myself to moderate my eating than damage my taste buds so much that I do not enjoy my food anymore.2) Nicotine is an Appetite Suppressant:- Studies suggest that nicotine acts as an appetite suppressant. Therefore, the more you smoke the less hungry you feel and the less you are likely to eat.However, nicotine is a very dangerous substance. Certain reports suggest that there may be a link between nicotine and kidney disease, that nicotine damages the inside of your arteries and that nicotine can increase your risk of heart disease. Furthermore, withdrawal from nicotine can lead to irritability, headaches, poor concentration, insomnia, constipation and it can even increase your appetite. Therefore, whilst you may feel less hungry when you have a steady supply of nicotine you quickly become reliant on this substance to suppress your appetite, all the time doing increased damage to your body.3) Smoking Increases your Metabolic Rate:- Smoking cigarettes makes your heart beat faster, meaning your body expends more energy and burns more calories. Therefore, when you smoke you will burn more calories than when you do not smoke. Heavy smokers are believed to burn up to 200 additional calories each day as a result of this.However, the extra pressure placed on your heart by smoking does not just burn calories. It also increases your risk of heart disease which is one of the most common causes of smoking related deaths. Is it really worth putting your heart in this much danger just to get a slight daily boost in metabolism?As I have already mentioned smoking is not a good habit and is something that I suggest you avoid. Nevertheless, I am prepared to offer a balanced argument and I admit that one of the few benefits of smoking is that it assists weight loss by boosting your metabolism and suppressing your appetite. However, when you balance this against the negatives which include damage to your lungs, arteries, veins & heart, bad breath, wrinkled skin and poor health smoking is not such an attractive weight loss solution.

Wednesday, October 22, 2008

मोटापे से बचना चाहते हैं तो धीरे-धीरे खाना खाइए...


एक जापानी शोध में कहा गया है कि जो लोग अपना खाना तेज़ी से खाते हैं उनमें वज़न बढ़ने का ख़तरा लगभग दोगुना बढ़ जाता है. ओसका यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कोई तीन हज़ार लोगों के खाना खाने की आदतों का अध्ययन किया और अपने शोध के परिणामों को ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित किया है. ब्रिटेन के एक आहार विशेषज्ञ का कहना है कि समस्या एक हद तक इस बात से भी हो सकती है कि शरीर यह संकेत देना बंद कर दे कि कब खाना पर्याप्त हो गया. उनका कहना है कि यदि खाने की रफ़्तार जानबूझ कर धीमा कर दिया जाए तो इसका असर वज़न पर हो सकता है. ताज़ा शोध में खाने की रफ़्तार, पर्याप्त खा लेने का संकेत और वज़न बढ़ने के बीच संबंधों का अध्ययन किया गया है.

जिन 3000 लोगों पर अध्ययन किया गया, उनमें से आधे लोगों ने डॉक्टरों को बताया था कि उन्हें जल्दी-जल्दी खाने की आदत है। पाया गया कि जो लोग तेज़ी से नहीं खाते उनकी तुलना में तेज़ी से खाने वाले पुरुषों का वज़न बढ़ने का ख़तरा 84 प्रतिशत बढ़ जाता है लेकिन महिलाओं के मामले में यह ख़तरा दोगुना हो जाता है. लेकिन वो लोग जो पेट भर जाने का संकेत मिलते तक खाते ही जाते हैं उनका वज़न बढ़ने का ख़तरा तीन गुना तक बढ़ जाता है. नॉटिंघम यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर इयान मैक्डोनल्ड का कहना है कि इसके कई कारण हैं कि क्यों तेज़ी से खाना वज़न बढ़ाने के लिए ख़तरनाक होता है. उनका कहना है कि इससे मस्तिष्क को संकेत देने वाली वह प्रणाली में बाधा पहुँच सकती है जो यह बताती है कि पर्याप्त खाना हो चुका है. उनका कहना है कि खाना खाने की रफ़्तार कम या ज़्यादा की तो जा सकती है लेकिन यह आसान नहीं होता. प्रोफ़ेसर मैक्डोनल्ड का कहना है, "बुजुर्ग महिलाएँ जब कहती थीं कि एक-एक कौर को 20 बार चबाकर खाओ तो वे ठीक कहती थीं क्योंकि ऐसा करने से आपको खाना खाने में समय लग सकता है."

वहीँ दो ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं का सुझाव है कि बच्चों को धीमे-धीमे खाने के लिए बढ़ावा देना चाहिए और जब उन्हें लगे कि उनका पेट भर गया है तो उन्हें खाना बंद करने की अनुमति दी जानी चाहिए. हालांकि अभी इस बात के कोई प्रमाण नहीं हैं कि यदि कोई बच्चा धीमी गति से खाना खाता है तो वह आगे चलकर भी मोटापे का शिकार नहीं होगा।
With Spl.Thanks to BBC

Tuesday, October 21, 2008

दिल को स्वस्थ रखना है तो सलाद खाइए...


खानपान को लेकर हुए एक शोध के बाद कहा गया है कि तले हुए और नमकीन खाने की जगह यदि सलाद खाया जाए तो दुनिया भर में दिल का दौरा पड़ने की आशंका को एक तिहाई तक घटाया जा सकता है. शोधकर्ताओं ने 52 देशों में 16 हज़ार लोगों के खानपान का अध्ययन किया गया और खानपान की तीन वैश्विक तौर-तरीक़े उभर कर आई है. 'सर्कुलेशन जर्नल' के अनुसार पश्चिमी खानपान में नमक, वसा और मांस की मात्रा अधिक होती है, जो दुनिया के किसी भी भाग में दिल के दौरे की आशंका को तीन प्रतिशत तक बढ़ा देते हैं.

वैज्ञानिकों का कहना है कि फल और सब्ज़ियाँ खाने से दिल के दौरे की आशंका एक तिहाई तक कम हो सकती है. शोधकर्ताओं का कहना है कि टोफ़ू और सोया सॉस दिल के दौरे के ख़तरे पर कोई असर नहीं पड़ता. शोधकर्ताओं ने 19 तरह के खानपान को लेकर सवाल बनाए और फिर 5,561 दिल का दौरा झेल चुके लोगों से और 10, 646 दिल के रोगियों से इन सवालों के जवाब देने को कहा. शोधकर्ताओं का कहना है कि जो लोग पश्चिमी ढंग का खाना खा रहे थे उनमें दिल का दौरा पड़ने का ख़तरा दूसरों की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक होता है.

हालांकि यह सर्वविदित तथ्य है कि पश्चिमी भोजन करने वाले लोगों में दिल की बीमारियों का ख़तरा बढ़ जाता है. ज़्यादा नमक से रक्तचाप बढ़ता है और ग़लत तरह के वसा से रक्तवाहिनियों में अवरोध पैदा होता है. अध्ययन के बाद पाया गया कि खानपान के तौरतरीक़े इस बाद से ज़्यादा अहमियत रखते हैं कि किसी ख़ास चीज़ में पौष्टिकता कितनी है. शोधकर्ताओं का कहना है कि इस शोध से पता चला है कि खानपान और दिल के दौरे का जो संबंध पश्चिमी देशों के लिए लागू है वह दुनिया के दूसरे हिस्सों के लिए भी उतना ही सच है.

कनाडा के मैकमास्टर यूनिवर्सिटी के प्रमुख शोधकर्ता रोमानिया इक़बाल का कहना है, "लोगों में दिल का दौरा पड़ने का 30 प्रतिशत ख़तरा खानपान से जुड़ा होता है।" ब्रिटिश हार्ट फ़ाउंडेशन की एलन मैसन का कहना है, "इस शोध से पता चलता है कि इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि आप बॉल्टन में हैं या बॉम्बे में, आप चाहे ब्रितानी खाना खाते हों या फिर अफ़्रीकन कैरेबियन या फिर एशियाई." वे कहती हैं, "महत्वपूर्ण चीज़ यह है कि आपको नमकीन, तली हुई और वसायुक्त खाने को कम करके फल और सब्ज़ी की मात्रा को बढ़ाना होगा."


साभार-बी.बी.सी.