आंखों को पुरी तरह बर्बाद कर देती हैं ये गलतियाँ
जब आप रात में मोबाइल चलाते रहते हैं तो आपकी आंखे न चाहते हुए भी मोबाइल की स्क्रीन पर टिकी रहती है और अपने जरूरत के अनुसार बार-बार पलक भी नहीं चलाती। जिसके परिणामस्वरूप कभी-कभी तो आपकी आंखो में पानी आ जाता है। तब भी आप अपनी आंखो के साथ गलती कर रहे होते हैं। क्योंकि जब आंखो में पानी आ जाता है तो आप पानी को हांथो से या किसी मुलायम कपड़े से पोंछ कर फिर आप वहीं कार्य करने लगते हैं जो आप आंखो में पानी आने से पहले कर रहे थे। मोबाइल चलाते वक्त आपको समय का ध्यान नही रहता। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोबाइल या टीवी किस प्रकार आपकी आंखो को नुकसान पहुंचाती है। यह कुछ इस प्रकार नुकसान पहुँचाती है।
जब आप रात में मोबाइल में देखते रहते हैं तो स्क्रीन से निकलने वाली लाईट आपकी आंखो के आयरिश (लेंस) पर डायरेक्ट पड़ती है जो आपकी आंखो में रोशनी पहुँचाने वाली धमनियों को नुकसान पहुँचाती रहती हैं। जिससे आपकी आंखो की देखने की क्षमता दिन ब दिन काफी कमजोर होती जाती है। जिसके परिणामस्वरूप आपके आंखो की रोशनी धीरे-धीरे कम होने लगती है और आपकी दृष्टि काफी पहले की अपेक्षा कमजोर हो जाती है। जिसकी वजह से आपको चारों तरफ हल्का धुआँ-धुआँ सा दिखता है।
आपकी आंखे अमूल्य है आपकी एक छोटी सी गलती से आपके जीवन में अंधेरा हो सकता है इसलिए सदैव अपनी कोमल आंखो का ख्याल रखें।
जब आप रात में मोबाइल चलाते रहते हैं तो आपकी आंखे न चाहते हुए भी मोबाइल की स्क्रीन पर टिकी रहती है और अपने जरूरत के अनुसार बार-बार पलक भी नहीं चलाती। जिसके परिणामस्वरूप कभी-कभी तो आपकी आंखो में पानी आ जाता है। तब भी आप अपनी आंखो के साथ गलती कर रहे होते हैं। क्योंकि जब आंखो में पानी आ जाता है तो आप पानी को हांथो से या किसी मुलायम कपड़े से पोंछ कर फिर आप वहीं कार्य करने लगते हैं जो आप आंखो में पानी आने से पहले कर रहे थे। मोबाइल चलाते वक्त आपको समय का ध्यान नही रहता। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोबाइल या टीवी किस प्रकार आपकी आंखो को नुकसान पहुंचाती है। यह कुछ इस प्रकार नुकसान पहुँचाती है।
जब आप रात में मोबाइल में देखते रहते हैं तो स्क्रीन से निकलने वाली लाईट आपकी आंखो के आयरिश (लेंस) पर डायरेक्ट पड़ती है जो आपकी आंखो में रोशनी पहुँचाने वाली धमनियों को नुकसान पहुँचाती रहती हैं। जिससे आपकी आंखो की देखने की क्षमता दिन ब दिन काफी कमजोर होती जाती है। जिसके परिणामस्वरूप आपके आंखो की रोशनी धीरे-धीरे कम होने लगती है और आपकी दृष्टि काफी पहले की अपेक्षा कमजोर हो जाती है। जिसकी वजह से आपको चारों तरफ हल्का धुआँ-धुआँ सा दिखता है।
आपकी आंखे अमूल्य है आपकी एक छोटी सी गलती से आपके जीवन में अंधेरा हो सकता है इसलिए सदैव अपनी कोमल आंखो का ख्याल रखें।
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