Friday, September 11, 2015

शरीर के संकेतों को समझें

शरीर में झनझनाहट होती है? नींद नहीं आती, त्वचा रूखी और एड़ी में क्रैक्स बने रहते हैं? अगर हां, तो ये और ऐसी ही कई अन्य बातें संकेत देती हैं कि आपके भोजन में मिनरल और विटामिन्स की कमी है। शरीर की सुनें और खान-पान में सुधार करें। 

कब्ज
मैग्नीशियम  से इम्युनिटी बढ़ती है और  हृदय स्वस्थ रहता है।  मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में भी इसकी  उपयोगी भूमिका होती है। इसकी कमी  से कब्ज होता है, क्योंकि मैग्नीशियम आंतों के रास्ते में पानी रोक कर मल को मुलायम बनाए रखता है। आंतों को आराम मिलता है और भोजन को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में मदद मिलती है। ये खाएं: हरी पत्तेदार सब्जियां, सीताफल के बीज व सोयाबीन। 
मसूड़ों से खून आना
कोलेजन के निर्माण में विटामिन सी की अहम भूमिका होती है। यह ऐसा प्रोटीन है, जो त्वचा को मुलायम बनाता है और त्वचा के कसाव को बरकरार रखता है। त्वचा की कोशिकाओं को दोबारा जीवित करता है। इस विटामिन की कमी से शरीर के टिश्यू तेजी से क्षतिग्रस्त होते हैं। इसी कारण ब्रश करते हुए मसूड़ों से खून आने लगता है। विटामिन सी की कमी के अलावा धूम्रपान, एल्कोहल, स्टेरॉइड और एंटीडिप्रेसेंट दवाएं अधिक लेना मसूड़ों में खून निकलने का कारण होते हैं।

क्या करें: धूम्रपान और एल्कोहल का सेवन कम से कम करें। डाइट में अमरूद, संतरा और आंवला शामिल करें।

एड़ी फटना
त्वचा में मॉइस्चर की कमी के कारण ही एड़ी फटने लगती है। शरीर में विटामिन बी-3 की कमी के कारण भी ऐसा होता है, जिसे पेलाग्रा  कहते हैं, जिससे त्वचा रूखी-सूखी और दरदरी हो जाती है तथा एड़ी में दरार पड़ती है। 

ये खाएं: मूंगफली में विटामिन बी 3 पर्याप्त मात्रा में होता है। इसके अलावा ब्राउन राइस और हरी पत्तेदार सब्जियों को भी डाइट में शामिल करें।

नींद की अनियमितता
विटामिन डी की कमी से सिर्फ हड्डियों का भुरभुराना और डिप्रेशन नहीं होता।  शोध के अनुसार इससे नींद की कमी, यहां तक कि इंसोमिया होने की आशंका भी बढ़ जाती है। पर्याप्त विटामिन डी लेना हमारी नींद के चक्र को सामान्य बनाए रखता है। शरीर में नींद लाने में सहयोगी हार्मोन मेलाटोनिन का स्राव बढ़ता है।

क्या खाएं: सूरज की धूप में समय बिताएं। यदि संभव हो तो सुबह 8 से 10 बजे के बीच करीब आधा घंटा धूप में बिताएं। यदि शरीर में विटामिन डी की अधिक कमी है तो सप्लिमेंट्स लेना बेहतर रहता है। फोर्टिफाइड फूड जैसे दूध और अनाज को डाइट में शामिल करें।

मांसपेशी खिंचना
मांसपेशियों में थकावट या खिंचाव, बहुत अधिक व्यायाम करने या रक्त संचार दुरुस्त न होने पर होते हैं। यदि नस चढ़ने की समस्या अधिक है तो यह विटामिन बी की कमी से भी हो सकता है।
क्या खाएं: सालमन, टूना, केला, आलू छिलके के साथ), सूरजमुखी के बीज, ब्रोकली, मेवे व मक्का खाएं। 

मुंह के  किनारों का फटना
विटामिन बी-2 की कमी से ऐसा होता है। इसके कारण मुंह में छाले व  होठों के किनारों पर घाव हो जाते हैं। कुछ लोगों को जीभ पर जलन भी महसूस होती है।
क्या खाएं: बादाम, मशरूम और पालक में पर्याप्त मात्रा मंे विटामिन्स होते हैं।

पतले व रेखादार नाखून
खून की कमी के अलावा शरीर में आयरन की कमी से नाखून पतले, धारीदार और टेढ़-मेढ़े हो जाते हैं। आयरन की कमी से हीमोग्लोबिन का स्तर कम होता है, जो शरीर में ऑक्सीजन के प्रवाह पर असर डालता है। यदि शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम है तो इससे बालों और नाखूनों की सेहत पर असर पड़ता है।
क्या खाएं: अनार, अंडे की जर्दी, खट्टे फल जैसे संतरा, मौसमी, नींबू, आंवला आदि।

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