Thursday, November 19, 2009

एसिडिटी को ऐसे भगाएं दूर...


एसिडिटी से आज हर दूसरा आदमी परेशान है। इसकी वजह गलत खान-पान, प्रदूषण, धूम्रपान, शराब का सेवन, चाय, कॉफी और कैफीनयुक्त पदार्थों का ज्यादा इस्तेमाल करना है। एसिडिटी होने पर शरीर की पाचन प्रक्रिया ठीक नहीं रहती।

एसिडिटी के मुख्य लक्षण -

- सीने और छाती में जलन - इससे सीने में दर्द रहता है, मुंह में खट्टा पानी आता है।

- अपचन - इसकी वजह से घबराहट होती है, खट्टी डकारें आती हैं।

- गले में जलन - खट्टी डकारों के साथ गले में जलन-सी महसूस होती है।

- वे लोग जो ज्यादा मिर्च-मसाले वाला भोजन करते हैं, ज्यादा शराब पीते हैं, एसिडिटी का शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा और भी कई वजहें हैं जिससे एसिडिटी बढ़ती है।

- वक्त पर भोजन न करना, ज्यादा घी-तेल और मसालेवाला भोजन करना, दिन में भोजन करने के बाद सोना।

- अधिक समय तक तनावग्रस्त रहना, देर तक भूखे रहना।

- जंक फूड बहुत ज्याद खाना, पानी कम पीना।

कैसे करें बचाव -

जरा-सा सावधानी बरतने पर आप एसिडिटी से बचाव कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप अपने खान-पान में लगातार सुधार लाएं। मूलतः ज्यादा और अयोग्य पदार्थ खाने से पेट में बनने वाले एसिड गले तक पहुंच जाता है। इसी के बाद से शुरु होती है एसिडिटी की शिकायत। लेकिन अगर, खाने में चॉकलेट, शुगर कैंडी, रेड मीट, कॉफी, ज्यादा तली हुई चीजें तथा शराब और सिगरेट के बजाए हरी सब्जियों, मछली और फल को ज्यादा प्राथमिकता दी जाए यो यह शिकायत दूर हो सकती है। साथ ही अगर खाने को एक बार में न खाकर दिन में चार बार थोड़ा थोड़ा करके खाएं और खाने के तुरंत बाद न सोएं तो यह उपाय एसिडिटी को भगाने के लिए बढ़िया रहेगा।

- खाना जरूरत से थोड़ा कम ही खाएं, मिर्च-मसाले और ज्यादा तेलवाले भोजन से बचें।

- भोजन करने के बाद टहलें, रोजाना 8-10 गिलास पानी पिएं।

- समय पर भोजन करें , धूम्रपान, शराब से बचें।

कुछ घरेलू नुस्‍खें -

- आंवला एसिडिटी के उपचार में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है।

- अपने रोजमर्रा के आहार में मट्ठा और दही शामिल करें।

- ताजे खीरे का रायता एसिडिटी का बेहतरीन उपचार हैं।

- खूब पानी पिएं, क्योंकि इससे न सिर्फ पाचन में मदद मिलती है; बल्कि शरीर से टॉक्सिन भी बाहर निकल जाते हैं।

- यह सुनिश्चित कर लें कि आप हरी पत्तेदार सब्जियां और अंकुरित अनाज खूब खाएं। ये विटामिन बी और ई का बेहतरीन स्रोत हैं। ये शरीर से एसिडिटी को बाहर निकाल देते हैं।

एसिडिटी
रोग नहीं है। यह जीवनशैली की अव्यवस्था का लक्षण है। आप अगर अपने आहार में जरा-सा बदलाव लाएं, तो एसिडिटी से बचा जा सकता है।
सधन्यवाद- जोश १८

No comments: